केंद्र सरकार ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में सस्ते दूरसंचार सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। नई दूरसंचार नीति में, सरकार ने बाजार में प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए स्पेक्ट्रम और लाइसेंस फीस को कम करने का फैसला किया है। इससे छोटी कंपनियों को मौका मिलेगा। इसके अलावा, उपभोक्ताओं के प्री-पैड और पॉड पैड बिल कम हो जाएंगे। ऐसा माना जाता है कि आने वाले हफ्तों कैबिनेट नएनीति एक हरा झंडा दिखा सकता है। दूरसंचार आयोग द्वारा अनुमोदित दूरसंचार नीति में, वित्त मंत्रालय ने कंपनियों पर कर कम करने का प्रस्ताव दिया है। इसका उद्देश्य ग्रामीण और शहर के क्षेत्रों में संचार प्रणाली तक पहुंचना और प्रतिस्पर्धा में वृद्धि करना है। बाजार प्रतिस्पर्धा के कारण ग्राहकों को प्रतिस्पर्धा से पहला फायदा मिलेगा। यह अनुमान लगाया गया है कि स्पेक्ट्रम और लाइसेंस फीस में कमी से सेवा के बिल कम से कम 10-15% कम हो जाएंगे।
वर्तमान में, दूरसंचार कंपनियां अपने राजस्व का 40% से अधिक कर के रूप में भुगतान करती हैं। इसके कारण, कंपनियों को अपनी सेवाओं को बढ़ाने में मुश्किल हो रही है और यह सेवा वंचित क्षेत्रों में नहीं पहुंचा जा सकता है। cilick here
